आज नरक चतुर्दशी, इन कामों को करने से चूके तो पछताओगे... आखिर स्वास्थ्य से लेके आर्थिक स्थिति तक का सवाल है
Narak Chaturdashi 2021
दीपावली का पांच दिवसीय त्योहार शुरू हो गया है| धनतेरस का त्योहार बड़ी ही धूमधाम से मनाया जा चुका है और अब बारी है नरक चतुर्दशी त्योहार की| नरक चतुर्दशी त्योहार को छोटी दीपावली भी कहते हैं और इस बार 3 नवंबर यानि आज यह त्योहार मनाया जा रहा है| बतादें कि, हर त्योहार पर अपनी-अपनी तमाम मान्यताएं हैं| कहते हैं कि किसी त्योहार का दिन एक विशेष दिन होता है और किसी त्योहार पर अगर उसकी मान्यताओं के हिसाब से काम किया जाए तो भगवान की खूब महिमा बरसती है| तो आइये जानते हैं कि नरक चतुर्दशी त्योहार पर किस तरह की मान्यताएं हैं और आप इन मान्यताओं को निभाकर कैसे अपने घर में सुख-समृद्धि कायम कर सकते हैं|
नालियों के पास दीया जलाना चाहिए....
कहते हैं कि नरक चतुर्दशी त्योहार पर घर से संबंधित नालियों को पहले बढ़िया से साफ़ करना चाहिए| अगर घर की नालियां जाम हो जाएं तो आमदनी भी रुक जाती है| इसलिए घर की और आस-पास की सभी नालियां हमेशा साफ-सुथरी रहनी चाहिए और जल की निकासी कभी भी अवरुद्ध नहीं होनी चाहिए| इसके बाद शाम के समय दीया जरुर जलाना चाहिए| पहले आप एक दीया अपने घर के मंदिर में रख दें और फिर घर के मुख्य द्वार पर और इसके बाद घर से संबंधित नालियों के पास दीया रखें| दीया तिल या सरसों के तेल का होना चाहिए| मान्यता है कि ऐसा करने से आर्थिक स्थिति मजबूत होती है और बनी रहती है|
दीपदान का महत्व ....
नरक चतुर्दशी पर दीपदान का भी महत्व है, हालांकि दीपदान तो आपको दीपावली के त्योहार के पांचों दिन करना चाहिए| वैसे भी आप दीपदान कर सकते हैं| कहते हैं दीपदान करने से व्यक्ति के अन्दर और उसके घर में एक नयी ऊर्जा का संचार होता है और निगेटिविटी से छुटकारा मिलता है।
तेल मालिश करके स्नान करना ....
इसके अलावा आपको नरक चतुर्दशी त्योहार पर नहाने से पहले अपने पूरे शरीर पर तेल की मालिश करनी चाहिए| माना जाता है कि चतुर्दशी को लक्ष्मी जी तेल में निवास करती हैं| इसके साथ ही तेल की मालिश करने के बाद जब आप नहाएं तो पानी में गंगा जल डालकर नहाएं| इस दिन तेल मालिश करके जल से स्नान करने पर मां लक्ष्मी के साथ गंगा मैय्या का भी आशीर्वाद मिलता है और व्यक्ति को जीवन में तरक्की मिलती है।
यम देवता की पूजा करने का भी विधान ...
नरक चतुर्दशी पर मृत्यु के देवता यमराज की पूजा का भी विधान है| कहते हैं कि नरक चतुर्दशी पर दक्षिण दिशा में दीया जरूर जलाना चाहिए और यम देवता की स्तुति करनी चाहिए| कहते हैं कि ऐसा करने से स्वास्थ्य अच्छा रहता है और उसकी अकाल मृत्यु नहीं होती है| जिस घर से नरक चतुर्दशी पर दक्षिण दिशा में दीया जलाया जाता है| उस घर में साल के अंदर अकाल मृत्यु नहीं होती है| घर में सभी का जीवन खुशहाल रहता है|